वकील पैरवी करने के लिए विशेष रूप से राज्य द्वारा प्रशिक्षित और लाइसेंस प्राप्त व्यक्ति है । वकील लोगों को कानूनी सलाह और परामर्श प्रदान करते हैं, शोध करते हैं और मामलों में जानकारी या सबूत इकट्ठा करते हैं, वसीयत, तलाक, अनुबंध, अचल संपत्ति लेनदेन आदि से संबंधित कानूनी दस्तावेज तैयार करते हैं। वे विवादों में मध्यस्थता भी करते हैं और अदालतों में अभियुक्त(आरोपित / दोषी ) लोगों पर मुकदमा चलाते हैं या उनका बचाव करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप एक प्रभावी संचारक हों ।
आप सही बोलना पसंद करते हों ।
आप लोगों की समस्याओं को हल करने में उनकी मदद करना पसंद करते हों ।
आप विस्तार विवरण पर ध्यान देते हों ।
प्रवेश मार्ग
● किसी भी विषय में 10+2 पास करने के बाद विधि स्नातक (एल०एल०बी०)
या ● किसी भी विषय में 10+2 पास करने के बाद विधि स्नातक (एलoएलoबीo) और फिर उसी क्षेत्र में विधि परास्नातक (एल०एल०एमo)
या ● किसी भी विषय में 10+2 पूरा करें, कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट(CLAT) या ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट (AILET) या लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट (LSAT) नामक एक प्रवेश परीक्षा में शामिल हों, ताकि पांच साल के विधि एकीकृत कोर्स में दाखिला लिया जा सके
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स विधि विभाग द्वारा चलाया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बैंगलोर 2. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली 3. इंडियन लॉ सोसाइटी लॉ कॉलेज, पुणे 4. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी हैदराबाद 5. पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय, कोलकाता 6. जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली 7. गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, गांधीनगर 8. राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, जोधपुर
निजी संस्थान (कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान बार काउंसिल ऑफ इंडिया से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं) 1. सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, पुणे 2. आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ, मोहाली 3. स्कूल ऑफ लॉ, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर 4. केआईआईटी स्कूल ऑफ लॉ, भुवनेश्वर 5. एमिटी लॉ स्कूल, दिल्ली 6. जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल, सोनीपत 7. स्कूल ऑफ लॉ, यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड यूनिवर्सिटी स्टडीज, देहरादून 8. आईसीएफएआई लॉ स्कूल, हैदराबाद
कोर्स की फीस लगभग 12,000 - 7,56,000* रूपये के बीच है।*
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में अलग-अलग होगी।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति • कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है • कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। • योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। • कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। • सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: विधि (क़ानूनी) फर्म, लॉ स्कूल और कॉलेज, सरकारी एजेंसियां, मीडिया, राजनीतिक परामर्श, फार्मास्यूटिकल्स, आईटी फर्म आदि जैसी सभी कंपनियां कानूनी मामलों में सलाह देने के लिए अपने पेरोल पर वकील रखती हैं।
उद्यमिता: कुछ वर्षों का अनुभव प्राप्त करने के बाद आप अपनी निजी कानूनी फर्म स्थापित कर सकते हैं
काम का माहौल: हालाँकि आप एक स्थापित कार्यालय में काम करेंगे, आप अक्सर बैठकों या अदालती कार्यवाही के लिए भी यात्रा करेंगे। घर से काम करने का विकल्प आमतौर पर उपलब्ध नहीं होता है। आप कोर्ट-घंटे से अलग काम करने की उम्मीद कर सकते हैं, जो आमतौर पर सप्ताह में 5 या 6 दिन और हर दिन 7 या 8 घंटे होता है। यह हर न्यायालय के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
लॉ इंटर्न → वकील → वरिष्ठ वकील
अपेक्षाकृत वेतन
एक वकील की लगभग आय 12,000 - 2,50,000* रूपये प्रति माह या इस से अधिक के बीच होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3YOozBD *ये आय एनसीएस से ली गयी है और सांकेतिक हैं और इनमें बदलाव हो सकता है
फील्ड के कुछ अनुभव
वृंदा ग्रोवर एक वकील, शोधकर्ता और मानवाधिकार एक्टिविस्ट हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री और न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय से विधि में परास्नातक की डिग्री प्राप्त की। इन्होने कई घरेलू हिंसा के मामले लड़े हैं और POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम 2012, 2013 के आपराधिक कानून संशोधन और अत्याचार निवारण विधेयक 2010 के प्रारूपण में शामिल रही है। इसके अतिरिक्त, वह उन वकीलों में से एक हैं, जो कई ऐतिहासिक मानवाधिकार मामलों की पैरवी में शामिल रही है ।*
वकील / विधि अधिकारी / अधिवक्ता
NCS Code: 2611.09 | LG01● किसी भी विषय में 10+2 पास करने के बाद विधि स्नातक (एल०एल०बी०)
या ● किसी भी विषय में 10+2 पास करने के बाद विधि स्नातक (एलoएलoबीo) और फिर उसी क्षेत्र में विधि परास्नातक (एल०एल०एमo)
या ● किसी भी विषय में 10+2 पूरा करें, कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट(CLAT) या ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट (AILET) या लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट (LSAT) नामक एक प्रवेश परीक्षा में शामिल हों, ताकि पांच साल के विधि एकीकृत कोर्स में दाखिला लिया जा सके
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
यह कोर्स विधि विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
2. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
3. इंडियन लॉ सोसाइटी लॉ कॉलेज, पुणे
4. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी हैदराबाद
5. पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय, कोलकाता
6. जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली
7. गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, गांधीनगर
8. राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, जोधपुर
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान बार काउंसिल ऑफ इंडिया से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, पुणे
2. आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ, मोहाली
3. स्कूल ऑफ लॉ, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
4. केआईआईटी स्कूल ऑफ लॉ, भुवनेश्वर
5. एमिटी लॉ स्कूल, दिल्ली
6. जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल, सोनीपत
7. स्कूल ऑफ लॉ, यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड यूनिवर्सिटी स्टडीज, देहरादून
8. आईसीएफएआई लॉ स्कूल, हैदराबाद
इंस्टीट्यूशन रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
कोर्स की फीस लगभग 12,000 - 7,56,000* रूपये के बीच है।*
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में अलग-अलग होगी।)
छात्रवृत्ति
• कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: विधि (क़ानूनी) फर्म, लॉ स्कूल और कॉलेज, सरकारी एजेंसियां, मीडिया, राजनीतिक परामर्श, फार्मास्यूटिकल्स, आईटी फर्म आदि जैसी सभी कंपनियां कानूनी मामलों में सलाह देने के लिए अपने पेरोल पर वकील रखती हैं।
उद्यमिता: कुछ वर्षों का अनुभव प्राप्त करने के बाद आप अपनी निजी कानूनी फर्म स्थापित कर सकते हैं
काम का माहौल: हालाँकि आप एक स्थापित कार्यालय में काम करेंगे, आप अक्सर बैठकों या अदालती कार्यवाही के लिए भी यात्रा करेंगे। घर से काम करने का विकल्प आमतौर पर उपलब्ध नहीं होता है। आप कोर्ट-घंटे से अलग काम करने की उम्मीद कर सकते हैं, जो आमतौर पर सप्ताह में 5 या 6 दिन और हर दिन 7 या 8 घंटे होता है। यह हर न्यायालय के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
लॉ इंटर्न → वकील → वरिष्ठ वकील
एक वकील की लगभग आय 12,000 - 2,50,000* रूपये प्रति माह या इस से अधिक के बीच होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3YOozBD
*ये आय एनसीएस से ली गयी है और सांकेतिक हैं और इनमें बदलाव हो सकता है
फील्ड के कुछ अनुभव
वृंदा ग्रोवर एक वकील, शोधकर्ता और मानवाधिकार एक्टिविस्ट हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री और न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय से विधि में परास्नातक की डिग्री प्राप्त की। इन्होने कई घरेलू हिंसा के मामले लड़े हैं और POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम 2012, 2013 के आपराधिक कानून संशोधन और अत्याचार निवारण विधेयक 2010 के प्रारूपण में शामिल रही है। इसके अतिरिक्त, वह उन वकीलों में से एक हैं, जो कई ऐतिहासिक मानवाधिकार मामलों की पैरवी में शामिल रही है ।*
स्त्रोत- https://www.barandbench.com/columns/advocate-vrinda-grover-spotlight-this-week
* उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण के उद्देश्य के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
वकील की नौकरी, अधिवक्ता, कानूनी सलाहकार