कमिशनिंग एडिटर (Commissioning Editor) वह व्यक्ति होता है जो प्रकाशन गृह (पब्लिशिंग हाउस) को सलाह देता है कि किन पुस्तकों को प्रकाशित करना है। कमीशनिंग एडिटर (Commissioning Editor) अनुबंध (contract) के तहत लेखकों के लिए एक प्रबंधकीय भूमिका भी निभाता है। वह पब्लिशिंग हाउस को समय पर स्क्रिप्ट जमा करना सुनिश्चित करता है और यह भी सुनिश्चित करता है कि पुस्तक प्रकाशन में समय सीमा का सख्ती से पालन किया जाये।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप भाषाओं में कुशल हों और आप अच्छा मौखिक और लिखित संचार कौशल रखते हों।
आप विस्तार के लिए एक तेज नजर रखते हों।
आप अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल रखते हों।
आप दबाव में अच्छी तरह से काम करने में और समय सीमा को पूरा करने में सक्षम हों।
प्रवेश मार्ग
1. किसी भी स्ट्रीम में 10+2 पूरा करें।
2. मास कम्युनिकेशन/पब्लिशिंग/डिजिटल पब्लिशिंग में बैचलर डिग्री पूरी करें।
या मास कम्युनिकेशन / पब्लिशिंग / डिजिटल पब्लिशिंग में स्नातक की डिग्री के बाद मास कम्युनिकेशन / मीडिया साइंस में मास्टर डिग्री पूरी करें।
या मास कम्युनिकेशन / डिजिटल मीडिया में डिप्लोमा पूरा करें। कुछ विशिष्ट संस्थानों में प्रवेश के लिए, आपको उनकी प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी (यदि लागू हो)।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स मास कम्युनिकेशन/मास मीडिया विभागों द्वारा कराया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान (Government Institutes) 1. दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, नई दिल्ली 2. भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली 3. महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वडोदरा 4. केरल विश्वविद्यालय, तिरुवनंतपुरम 5. उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर 6. यूनिपुणे - सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे 7. उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद 8. आई.आई.एम. अहमदाबाद
निजी संस्थान (Private Institutes) (कृपया आवेदन करने से पहले जाँच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है।) 1. एन.एस.एच.एम. स्कूल ऑफ मीडिया एंड डिजाइन 2. रचनात्मक उत्कृष्टता संस्थान 3. गार्डन सिटी यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु 4. जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशंस 5. ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, देहरादून 6. आर.यू.आई.ए. कॉलेज - रामनारायण रुइया कॉलेज 7. लोयोला कॉलेज, चेन्नई 8. सोफिया कॉलेज फॉर विमेन, मुंबई
*एन.पी.टी.ई.एल. (NPTEL) का अर्थ है नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एनहैंस्ड लर्निंग (National Programme on Technology Enhanced Learning), भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक कार्यक्रम है जो विभिन्न प्रकार के विषयों पर कई ऑडियो और वीडियो कोर्स प्रदान करता है।
फीस
कोर्स की फीस लगभग 25,000 - 5,00,000 रुपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति (Scholarship) • राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - कृपया http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र सरकार की योजनाएँ, यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. योजनाएँ और राज्य योजनाएँ उपलब्ध हैं।* • कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।* • मेरिट के आधार पर संस्थानों में स्कॉलरशिप भी मिलती है।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण (Loans) विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण आवेदन देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। •कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। • सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: समाचार पत्र घर, समाचार एजेंसियां, पत्रिकाएं, वेबसाइटें, प्रकाशन गृह, विज्ञापन कंपनियां, रेडियो और टी.वी. स्टेशन आदि।
काम का माहौल: लेखकों, सम्मेलनों और/या पुस्तक मेलों में कुछ बाहरी यात्राओं के साथ काम मुख्य रूप से कार्यालय - आधारित होता है। कार्य पद्धतियाँ तेजी से इंटरनेट और वेब - आधारित तकनीकों पर निर्भर हैं और काम के घंटों में आमतौर पर अतिरिक्त घंटे शामिल होते हैं।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
संपादकीय सहायक → सहायक संपादक → कमीशनिंग संपादक → वरिष्ठ कमीशनिंग संपादक → संपादकीय निदेशक।
अपेक्षाकृत वेतन
एक कमीशनिंग संपादक की आय लगभग 25,000 - 84,000 रुपये* प्रति माह के बीच होती है।
कमीशनिंग एडिटर (Commissioning Editor)
NCS Code: NA | MC0061. किसी भी स्ट्रीम में 10+2 पूरा करें।
2. मास कम्युनिकेशन/पब्लिशिंग/डिजिटल पब्लिशिंग में बैचलर डिग्री पूरी करें।
या मास कम्युनिकेशन / पब्लिशिंग / डिजिटल पब्लिशिंग में स्नातक की डिग्री के बाद मास कम्युनिकेशन / मीडिया साइंस में मास्टर डिग्री पूरी करें।
या मास कम्युनिकेशन / डिजिटल मीडिया में डिप्लोमा पूरा करें। कुछ विशिष्ट संस्थानों में प्रवेश के लिए, आपको उनकी प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी (यदि लागू हो)।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
यह कोर्स मास कम्युनिकेशन/मास मीडिया विभागों द्वारा कराया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान (Government Institutes)
1. दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, नई दिल्ली
2. भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली
3. महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वडोदरा
4. केरल विश्वविद्यालय, तिरुवनंतपुरम
5. उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर
6. यूनिपुणे - सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे
7. उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद
8. आई.आई.एम. अहमदाबाद
निजी संस्थान (Private Institutes)
(कृपया आवेदन करने से पहले जाँच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है।)
1. एन.एस.एच.एम. स्कूल ऑफ मीडिया एंड डिजाइन
2. रचनात्मक उत्कृष्टता संस्थान
3. गार्डन सिटी यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु
4. जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशंस
5. ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, देहरादून
6. आर.यू.आई.ए. कॉलेज - रामनारायण रुइया कॉलेज
7. लोयोला कॉलेज, चेन्नई
8. सोफिया कॉलेज फॉर विमेन, मुंबई
संस्थान की रैंकिंग की जानकारी https://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html लिंक पर देखी जा सकती है।
दूरस्थ शिक्षा संस्थान (Distance Learning Institutes)
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
ऑनलाइन कोर्स (Online Courses)
• एन.पी.टी.ई.एल.* स्वयं (NPTEL SWAYAM) – https://onlinecourses.nptel.ac.in › noc20_ar15 › preview, लिंक पर देखें। https://onlinecourses.swayam2.ac.in › preview लिंक पर देखें।
• यूडेमी - https://www.udemy.com › topic › media-training लिंक पर देखें।
*एन.पी.टी.ई.एल. (NPTEL) का अर्थ है नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एनहैंस्ड लर्निंग (National Programme on Technology Enhanced Learning), भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक कार्यक्रम है जो विभिन्न प्रकार के विषयों पर कई ऑडियो और वीडियो कोर्स प्रदान करता है।
कोर्स की फीस लगभग 25,000 - 5,00,000 रुपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति (Scholarship)
• राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - कृपया http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र सरकार की योजनाएँ, यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. योजनाएँ और राज्य योजनाएँ उपलब्ध हैं।*
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।*
• मेरिट के आधार पर संस्थानों में स्कॉलरशिप भी मिलती है।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण (Loans)
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण आवेदन देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं।
•कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: समाचार पत्र घर, समाचार एजेंसियां, पत्रिकाएं, वेबसाइटें, प्रकाशन गृह, विज्ञापन कंपनियां, रेडियो और टी.वी. स्टेशन आदि।
काम का माहौल: लेखकों, सम्मेलनों और/या पुस्तक मेलों में कुछ बाहरी यात्राओं के साथ काम मुख्य रूप से कार्यालय - आधारित होता है। कार्य पद्धतियाँ तेजी से इंटरनेट और वेब - आधारित तकनीकों पर निर्भर हैं और काम के घंटों में आमतौर पर अतिरिक्त घंटे शामिल होते हैं।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए अवसर मौजूद हैं।
संपादकीय सहायक → सहायक संपादक → कमीशनिंग संपादक → वरिष्ठ कमीशनिंग संपादक → संपादकीय निदेशक।
एक कमीशनिंग संपादक की आय लगभग 25,000 - 84,000 रुपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Commissioning_Editor/Salary
*उपरोक्त आय सांकेतिक है तथा परिवर्तन के आधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
कमीशनिंग संपादक, वरिष्ठ कमीशनिंग संपादक, सहायक संपादक।