एक सब्जी उगाने वाला एक खेत में सब्जियों की खेती के लिए विभिन्न गतिविधियाँ करता है, जिसमें मिट्टी की तैयारी, रोपण सामग्री का चयन, रोपण और फसल का पोषण, सब्जी की उपज की कटाई और मार्केटिंग आदि शामिल हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
आप दूसरों के साथ संवाद करने में सहज हों।
आप काम करते समय विवरण पर ध्यान देते हों।
आप बागवानी पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता कक्षा 8 पूरी करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप सब्जी उगाने के प्रशिक्षण के लिए नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 4 हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
छात्रवृत्ति • NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें। • आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: सब्जी उगाने वाले फार्म, किचन गार्डनिंग सर्विस एजेंसियां, वर्टिकल गार्डनिंग एजेंसियां, रूफटॉप गार्डनिंग एजेंसियां, सब्जी की दुकानें आदि। उद्यमिता: आप अपनी जमीन में ठेके पर सब्जियां उगा सकते हैं और उन्हें ठेकेदार को बेच सकते हैं या आप खुद सब्जियां उगाकर बेच सकते हैं।
काम का माहौल: आपको कम से कम 8 - 9 घंटे और हफ्ते में 5 - 6 दिन काम करना होगा। शिफ्ट ड्यूटी हो सकती है। ओवरटाइम करना आम बात है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सब्जी उगाने वाला → पर्यवेक्षक
अपेक्षाकृत वेतन
एक सब्जी उगाने वाले की लगभग आय 8,800 - 22,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
विकास ठाकुर सिरमौर की सीमा से सटे सोलन जिले के किनारे स्थित शिमरोड गांव के एक युवा किसान हैं। पहले, वे एक ऐसी एजेंसी के लिए काम कर रहे थे जो बहुराष्ट्रीय कन्फेक्शनरी उत्पादों की मार्केटिंग करती थी। 2009 में उन्होंने अपने स्वामित्व वाली भूमि का बेहतर उपयोग करने का फैसला किया और 250 वर्ग मीटर के दो पॉलीहाउस बनवाने का संकल्प लिया। वे कहते हैं — “मैंने सब्जियों का उत्पादन करने का फैसला किया, जिसमें नियमित उत्पादन के साथ-साथ पांच सितारा होटलों में डाइनिंग टेबल पर आने वाली विदेशी सब्जियां भी शामिल हैं। आज मैं जीरा, ब्रोकली और ककड़ी के अलावा हरी, पीली और लाल किस्मों की शिमला मिर्च पैदा करता हूँ। मैं अपने फैसले से बेहद संतुष्ट हूँ क्योंकि मैं अच्छी खासी रकम कमाता हूँ।”
सब्जी उगाने वाला
NCS Code: लागु नहीं | V092न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 पूरी करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप सब्जी उगाने के प्रशिक्षण के लिए नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 4 हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.): https://www.nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre लिंक पर जाएँ।
2. जन शिक्षण संस्थान (जे.एस.एस.): https://nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre-jss/ लिंक पर जाएँ।
3. एन.आई.ओ.एस. प्रशिक्षण केंद्र: https://voc.nios.ac.in/registration/locate-study-centre लिंक पर जाएँ।
4. एन.एस.क्यू.एफ. केंद्रों की सूची: https://www.aicteindia.org/sites/default/files/Vocational%20institutions%20272%20recommended%20AY%202020-21.pdf लिंक पर जाएँ।
अधिकांश सरकारी योजनाएँ मुफ़्त हैं।
छात्रवृत्ति
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
कार्यस्थल: सब्जी उगाने वाले फार्म, किचन गार्डनिंग सर्विस एजेंसियां, वर्टिकल गार्डनिंग एजेंसियां, रूफटॉप गार्डनिंग एजेंसियां, सब्जी की दुकानें आदि। उद्यमिता: आप अपनी जमीन में ठेके पर सब्जियां उगा सकते हैं और उन्हें ठेकेदार को बेच सकते हैं या आप खुद सब्जियां उगाकर बेच सकते हैं।
काम का माहौल: आपको कम से कम 8 - 9 घंटे और हफ्ते में 5 - 6 दिन काम करना होगा। शिफ्ट ड्यूटी हो सकती है। ओवरटाइम करना आम बात है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
सब्जी उगाने वाला → पर्यवेक्षक
एक सब्जी उगाने वाले की लगभग आय 8,800 - 22,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://paycheck.in/career-tips/role-income/india-field-crop-and-vegetable-growers#:~:text=Salary%20range%20for%20the%20majority,the%20start%20of%20the%20job
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
विकास ठाकुर सिरमौर की सीमा से सटे सोलन जिले के किनारे स्थित शिमरोड गांव के एक युवा किसान हैं। पहले, वे एक ऐसी एजेंसी के लिए काम कर रहे थे जो बहुराष्ट्रीय कन्फेक्शनरी उत्पादों की मार्केटिंग करती थी। 2009 में उन्होंने अपने स्वामित्व वाली भूमि का बेहतर उपयोग करने का फैसला किया और 250 वर्ग मीटर के दो पॉलीहाउस बनवाने का संकल्प लिया। वे कहते हैं — “मैंने सब्जियों का उत्पादन करने का फैसला किया, जिसमें नियमित उत्पादन के साथ-साथ पांच सितारा होटलों में डाइनिंग टेबल पर आने वाली विदेशी सब्जियां भी शामिल हैं। आज मैं जीरा, ब्रोकली और ककड़ी के अलावा हरी, पीली और लाल किस्मों की शिमला मिर्च पैदा करता हूँ। मैं अपने फैसले से बेहद संतुष्ट हूँ क्योंकि मैं अच्छी खासी रकम कमाता हूँ।”
स्रोत: downtoearth.org.in/news/agriculture/himachal-s-farm-success-story-at-risk-of-Going-awry-63025
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण के उद्देश्य से है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
सब्जी किसान, सब्जी उगाने वाला, पर्यवेक्षक