इकोलॉजिस्ट पौधों, जानवरों और उनके पर्यावरण के बीच संबंधों का अध्ययन करते हैं। उनके काम का उद्देश्य पर्यावरण की जरूरतों को संतुलित करने से लेकर भूमि प्रबंधन के लिए विचार प्रस्तुत करने तक हो सकता है। एक इकोलॉजिस्ट के रूप में, आप सामान्य रूप से एक विशेष प्रकार के वातावरण में विशेषज्ञ होंगे, उदाहरण के लिए समुद्री या तटीय क्षेत्र, या एक विशिष्ट जानवर या पौधों की प्रजातियाँ।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप विज्ञान का आनंद लेते हों।
आप बेहतर संचार कौशल रखते हों।
आप समस्याओं का विश्लेषण और समाधान करना पसंद करते हों।
आप एक टीम में काम करना पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (भौतिकी, रसायनविज्ञान और जीवविज्ञान) में 10 + 2 पूरा करें।
2. इकोलॉजी / एनवायरनमेंटल साइंस / बॉटनी / जूलॉजी / फॉरेस्ट्री या किसी भी संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री (बी.एस.सी.) पूरी करें।
या एक ही या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री के बाद मास्टर डिग्री और पी.एच.डी. पूरी करें।
* कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
कोर्स ईकोसिस्टम और पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान (Government Institutes) 1. असम विश्वविद्यालय, सिलचर 2. राजस्थान विश्वविद्यालय 3. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश 4. दिल्ली विश्वविद्यालय 5. अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु 6. कलकत्ता विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल 7. भारतीय विज्ञान संस्थान, बंगलौर 8. कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, धारवाड़
निजी संस्थान (Private Institutes) *(इसकी संबद्धता और मान्यता के लिए यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से जाँच की जाए।) 1. हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, चेन्नई 2. वी.जे.टी.आई. मुंबई (डिप्लोमा) 3. सिंघानिया विश्वविद्यालय, राजस्थान (डिप्लोमा) 4. एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा 5. सेंट जेवियर्स कॉलेज, अहमदाबाद 6. सी.ओ.ई.पी. पुणे 7. एस.आर.एम. यूनिवर्सिटी चेन्नई 8. एम.आई.टी. मणिपाल
*एन.पी.टी.ई.एल.- प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षा में राष्ट्रीय कार्यक्रम। यह भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाता है और ऑडियो-वीडियो फॉर्म में विभिन्न प्रकार के कोर्स प्रदान करता है।
फीस
कोर्स की फीस लगभग 50,000 - 2,00,000* रूपये के बीच है।
*(उपर्युक्त फीस अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति (Scholarship) • कृपया सभी नवीनतम जानकारियों के लिए http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत केंद्रीय सरकारी योजनायें हैं जो विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जा रही हैं, यू.जी.सी/ए.आई.सी.टी.ई योजनायें और राज्य योजनायें भी हैं । • उपलब्ध स्कॉलरशिप के विवरण के लिए कृपया http://www.buddy4study लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। • योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण (Loans) ● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है । पोर्टल पर कभी भी छात्र बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। पोर्टल द्वारा राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल का लिंकेज भी प्राप्त होता है। ● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। ●सभी बैंक शैक्षिक ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल : अनुसंधान संगठन, वन विभाग, कृषि अनुसंधान विभाग और केंद्र और अन्य।
काम का माहौल: यह डेस्क जॉब नहीं है। संभावना है कि आप कनिष्ठ ईकोलॉजिस्ट की एक टीम को संभालेंगे। स्थानीय यात्रा नौकरी की भूमिका का एक हिस्सा है। अंशकालिक काम और संविदात्मक नौकरियां (Part time work and contractual jobs) उपलब्ध हो सकती हैं। संगठन और संस्थान आमतौर पर सप्ताह में 5 - 6 दिन और हर दिन 9 - 10 घंटे काम करते हैं। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध हो सकता है
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए भी अवसर उपलब्ध हैं।
कार्तिक शंकर एक इकोलॉजिस्ट और भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर में प्रोफेसर हैं। वे सूप टू सुपरस्टार: द स्टोरी ऑफ सी टर्टल कंजर्वेशन विद द इंडियन कोस्ट नामक पुस्तक के लेखक हैं। उन्होंने क्रमशः मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज और मद्रास विश्वविद्यालय से जूलॉजी में स्नातक और मास्टर किया है, और छोटे स्तनधारियों पर आई.आई.एस.सी. से पी.एच.डी. की है।
इकोलॉजिस्ट
NCS Code: 2133.01 | SC0201. साइंस स्ट्रीम (भौतिकी, रसायनविज्ञान और जीवविज्ञान) में 10 + 2 पूरा करें।
2. इकोलॉजी / एनवायरनमेंटल साइंस / बॉटनी / जूलॉजी / फॉरेस्ट्री या किसी भी संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री (बी.एस.सी.) पूरी करें।
या एक ही या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री के बाद मास्टर डिग्री और पी.एच.डी. पूरी करें।
* कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
कोर्स ईकोसिस्टम और पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा प्रस्तुत किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान (Government Institutes)
1. असम विश्वविद्यालय, सिलचर
2. राजस्थान विश्वविद्यालय
3. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश
4. दिल्ली विश्वविद्यालय
5. अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु
6. कलकत्ता विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल
7. भारतीय विज्ञान संस्थान, बंगलौर
8. कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, धारवाड़
निजी संस्थान (Private Institutes)
*(इसकी संबद्धता और मान्यता के लिए यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से जाँच की जाए।)
1. हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, चेन्नई
2. वी.जे.टी.आई. मुंबई (डिप्लोमा)
3. सिंघानिया विश्वविद्यालय, राजस्थान (डिप्लोमा)
4. एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
5. सेंट जेवियर्स कॉलेज, अहमदाबाद
6. सी.ओ.ई.पी. पुणे
7. एस.आर.एम. यूनिवर्सिटी चेन्नई
8. एम.आई.टी. मणिपाल
संस्थान की रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html लिंक पर देखें।
ऑनलाइन कोर्स
•NPTEL * स्वयं - https://swayam.gov.in/explorer?searchText=ecology लिंक पर देखें।
• Udemy - https://www.udemy.com/courses/search/?src=ukw&q=ecology लिंक पर देखें।
• Coursera - https://in.coursera.org/search?query=ecology& लिंक पर देखें।
*एन.पी.टी.ई.एल.- प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षा में राष्ट्रीय कार्यक्रम। यह भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाता है और ऑडियो-वीडियो फॉर्म में विभिन्न प्रकार के कोर्स प्रदान करता है।
कोर्स की फीस लगभग 50,000 - 2,00,000* रूपये के बीच है।
*(उपर्युक्त फीस अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति (Scholarship)
• कृपया सभी नवीनतम जानकारियों के लिए http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत केंद्रीय सरकारी योजनायें हैं जो विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जा रही हैं, यू.जी.सी/ए.आई.सी.टी.ई योजनायें और राज्य योजनायें भी हैं ।
• उपलब्ध स्कॉलरशिप के विवरण के लिए कृपया http://www.buddy4study लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण (Loans)
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है । पोर्टल पर कभी भी छात्र बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। पोर्टल द्वारा राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल का लिंकेज भी प्राप्त होता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
●सभी बैंक शैक्षिक ऋण प्रदान करते हैं।
कार्यस्थल : अनुसंधान संगठन, वन विभाग, कृषि अनुसंधान विभाग और केंद्र और अन्य।
काम का माहौल: यह डेस्क जॉब नहीं है। संभावना है कि आप कनिष्ठ ईकोलॉजिस्ट की एक टीम को संभालेंगे। स्थानीय यात्रा नौकरी की भूमिका का एक हिस्सा है। अंशकालिक काम और संविदात्मक नौकरियां (Part time work and contractual jobs) उपलब्ध हो सकती हैं। संगठन और संस्थान आमतौर पर सप्ताह में 5 - 6 दिन और हर दिन 9 - 10 घंटे काम करते हैं। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध हो सकता है
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए भी अवसर उपलब्ध हैं।
इंटर्न → जूनियर इकोलॉजिस्ट → इकोलॉजिस्ट → सीनियर इकोलॉजिस्ट → विभागाध्यक्ष
एक इकोलॉजिस्ट की आय लगभग 44,000 - 80,000* रुपये प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://www.salaryexpert.com/salary/job/ecologist/india
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के आधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
कार्तिक शंकर एक इकोलॉजिस्ट और भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर में प्रोफेसर हैं। वे सूप टू सुपरस्टार: द स्टोरी ऑफ सी टर्टल कंजर्वेशन विद द इंडियन कोस्ट नामक पुस्तक के लेखक हैं। उन्होंने क्रमशः मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज और मद्रास विश्वविद्यालय से जूलॉजी में स्नातक और मास्टर किया है, और छोटे स्तनधारियों पर आई.आई.एस.सी. से पी.एच.डी. की है।
स्रोत: https://nanopdf.com/download/on-sea-turtles-centre-for-ecological-sciences_pdf
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
पर्यावरण जीवविज्ञानी, प्लांट इकोलॉजिस्ट, एनिमल इकोलॉजिस्ट