किसी भी कला का रचयिता कलाकार (Artist) कहलाता है। इसमें पेंटिंग, मूर्तिकला, कविता, गायन, फिल्मांकन, ड्राइंग, रचना और संगीत बनाना शामिल हो सकता है। एक कलाकार (Artist) अपनी रचना को अपने या अपने अनूठे दृष्टिकोण की अभिव्यक्ति के एक तरीके के रूप में उपयोग करता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप एक रचनात्मक व्यक्ति हों।
आप प्रयोग करना पसंद करते हों।
आप ललित कला के किसी कोर्स में शामिल होना चाहते हों।
आप कला और संगीत के बारे में पढ़ना पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
1. किसी भी स्ट्रीम में 10+2 पूरा करें।
2. फाइन आर्ट/एप्लाइड आर्ट/विजुअल आर्ट/ग्राफिक आर्ट या इसी तरह के किसी अन्य विषय में स्नातक पूर्ण करें।
या स्नातक पूर्ण करें और उसी या संबद्ध विषय में मास्टर डिग्री करें।
या स्नातक पूरा करें और फिर ललित कला में पी.जी. डिप्लोमा का विकल्प चुनें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
ललित कला विभाग द्वारा विभिन्न प्रासंगिक कोर्स कराए जाते हैं। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान (Government Institutes) 1. जे.एम.आई. नई दिल्ली - जामिया मिलिया इस्लामिया 2. बी.एच.यू. वाराणसी - बनारस हिंदू विश्वविद्यालय 3. यूनिपुणे (पुणे विश्वविद्यालय) - सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय 4. लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ 5. सी.एस.जे.एम.यू. कानपुर - छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय 6. पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ 7. महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय (MSU), वडोदरा 8. रवींद्र भारती विश्वविद्यालय (आर.बी.यू.), कोलकाता
निजी संस्थान (Private Institutes) (कृपया आवेदन करने से पहले जाँच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है।) 1. मणिपाल उच्च शिक्षा विश्वविद्यालय, मणिपाल 2. एल.पी.यू. जालंधर - लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी 3. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ 4. निम्स यूनिवर्सिटी, जयपुर 5. एमिटी यूनिवर्सिटी, मुंबई 6. केएल यूनिवर्सिटी गुंटूर - कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन 7. आदमस विश्वविद्यालय, कोलकाता 8. नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा
कोर्स की फीस लगभग 1,000 - 3,00,000 रुपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति (Scholarship) • राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - कृपया http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र सरकार की योजनाएँ, यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. योजनाएँ और राज्य योजनाएँ उपलब्ध हैं।* • कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।* • मेरिट के आधार पर संस्थानों में स्कॉलरशिप भी मिलती है।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण (Loans) विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। •कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। • सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: मीडिया और मनोरंजन कंपनियाँ, भारत भर के कॉलेज और संस्थान, प्रकाशन, प्रसारण, फ़िल्म, डिजिटल डिज़ाइन, विज्ञापन और मार्केटिंग कंपनियाँ।
उद्यमिता: आप फ्रीलांस चुन सकते हैं या अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
काम का माहौल: यह एक डेस्क जॉब है, जो प्रकृति में रचनात्मक है। यदि आप एक व्यावसायिक कलाकार के रूप में कार्यरत हैं, तो स्थानीय यात्रा करना इस नौकरी का एक हिस्सा हो सकता है। अंशकालिक काम और संविदात्मक नौकरियां (Part time work and contractual jobs) भी उपलब्ध हो सकती हैं। वर्क फ्रॉम होम का विकल्प उपलब्ध है। मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनियां आमतौर पर हफ्ते में 5 - 6 दिन और रोजाना 8 - 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। स्व-नियोजित होना भी एक विकल्प है। ऐसे में काम के घंटे और दिन लचीले होंगे।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
एक कलाकार की आय लगभग 20,000 - 22,000 रुपये* या अधिक प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3SwScG4 *NCS द्वारा दी गई उपरोक्त आय सांकेतिक है तथा परिवर्तन के आधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
मीरा मुखर्जी एक कलाकार और लेखिका हैं, जो अपनी मूर्तियों के लिए लोकप्रिय हैं। मुखर्जी 14 साल की उम्र में इंडियन सोसाइटी ऑफ़ ओरिएंटल आर्ट स्कूल में शामिल हुईं, और बाद में उन्होंने दिल्ली पॉलिटेक्निक में दाखिला लिया, जहाँ से उन्होंने 1947 में पेंटिंग, ग्राफिक्स और मूर्तिकला में डिप्लोमा प्राप्त किया। पेंटिंग का अध्ययन करने के लिए। हालाँकि, उसने पहले सेमेस्टर के भीतर अपना पेंटिंग कोर्स बंद कर दिया और मूर्तिकला शुरू कर दी।*
कलाकार (Artist)
NCS Code: 2166.01 | A031. किसी भी स्ट्रीम में 10+2 पूरा करें।
2. फाइन आर्ट/एप्लाइड आर्ट/विजुअल आर्ट/ग्राफिक आर्ट या इसी तरह के किसी अन्य विषय में स्नातक पूर्ण करें।
या स्नातक पूर्ण करें और उसी या संबद्ध विषय में मास्टर डिग्री करें।
या स्नातक पूरा करें और फिर ललित कला में पी.जी. डिप्लोमा का विकल्प चुनें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
ललित कला विभाग द्वारा विभिन्न प्रासंगिक कोर्स कराए जाते हैं।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान (Government Institutes)
1. जे.एम.आई. नई दिल्ली - जामिया मिलिया इस्लामिया
2. बी.एच.यू. वाराणसी - बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
3. यूनिपुणे (पुणे विश्वविद्यालय) - सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय
4. लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ
5. सी.एस.जे.एम.यू. कानपुर - छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय
6. पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
7. महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय (MSU), वडोदरा
8. रवींद्र भारती विश्वविद्यालय (आर.बी.यू.), कोलकाता
निजी संस्थान (Private Institutes)
(कृपया आवेदन करने से पहले जाँच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है।)
1. मणिपाल उच्च शिक्षा विश्वविद्यालय, मणिपाल
2. एल.पी.यू. जालंधर - लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
3. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
4. निम्स यूनिवर्सिटी, जयपुर
5. एमिटी यूनिवर्सिटी, मुंबई
6. केएल यूनिवर्सिटी गुंटूर - कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन
7. आदमस विश्वविद्यालय, कोलकाता
8. नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा
संस्थान की रैंकिंग की जानकारी https://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html लिंक पर देखी जा सकती है।
दूरस्थ शिक्षा संस्थान (Distance Learning Institutes)
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
ऑनलाइन कोर्स (Online Courses)
• कोर्सेरा: https://in.coursera.org › courses › query=art लिंक पर देखें।
• यूडेमी: https://www.udemy.com/courses/search/?src=ukw&q=artist लिंक पर देखें।
कोर्स की फीस लगभग 1,000 - 3,00,000 रुपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति (Scholarship)
• राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - कृपया http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र सरकार की योजनाएँ, यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. योजनाएँ और राज्य योजनाएँ उपलब्ध हैं।*
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।*
• मेरिट के आधार पर संस्थानों में स्कॉलरशिप भी मिलती है।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण (Loans)
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है।
•कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: मीडिया और मनोरंजन कंपनियाँ, भारत भर के कॉलेज और संस्थान, प्रकाशन, प्रसारण, फ़िल्म, डिजिटल डिज़ाइन, विज्ञापन और मार्केटिंग कंपनियाँ।
उद्यमिता: आप फ्रीलांस चुन सकते हैं या अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
काम का माहौल: यह एक डेस्क जॉब है, जो प्रकृति में रचनात्मक है। यदि आप एक व्यावसायिक कलाकार के रूप में कार्यरत हैं, तो स्थानीय यात्रा करना इस नौकरी का एक हिस्सा हो सकता है। अंशकालिक काम और संविदात्मक नौकरियां (Part time work and contractual jobs) भी उपलब्ध हो सकती हैं। वर्क फ्रॉम होम का विकल्प उपलब्ध है। मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनियां आमतौर पर हफ्ते में 5 - 6 दिन और रोजाना 8 - 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। स्व-नियोजित होना भी एक विकल्प है। ऐसे में काम के घंटे और दिन लचीले होंगे।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
प्रशिक्षु → जूनियर कमर्शियल आर्टिस्ट → कमर्शियल आर्टिस्ट → सीनियर कमर्शियल आर्टिस्ट → विभागाध्यक्ष।
एक कलाकार की आय लगभग 20,000 - 22,000 रुपये* या अधिक प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3SwScG4
*NCS द्वारा दी गई उपरोक्त आय सांकेतिक है तथा परिवर्तन के आधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
मीरा मुखर्जी एक कलाकार और लेखिका हैं, जो अपनी मूर्तियों के लिए लोकप्रिय हैं। मुखर्जी 14 साल की उम्र में इंडियन सोसाइटी ऑफ़ ओरिएंटल आर्ट स्कूल में शामिल हुईं, और बाद में उन्होंने दिल्ली पॉलिटेक्निक में दाखिला लिया, जहाँ से उन्होंने 1947 में पेंटिंग, ग्राफिक्स और मूर्तिकला में डिप्लोमा प्राप्त किया। पेंटिंग का अध्ययन करने के लिए। हालाँकि, उसने पहले सेमेस्टर के भीतर अपना पेंटिंग कोर्स बंद कर दिया और मूर्तिकला शुरू कर दी।*
स्रोत: https://jnaf.org/artist/meera-mukherjee/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
कलाकार, डिज़ाइनर, ग्राफिक कलाकार।