जैवप्रौद्योगिकी इंजीनियर मानव जीवन में सुधार के लिए जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिकी, अभयांत्रिकी और सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर के उपकरण और उत्पाद विकसित करते हैं। वे बीमारियों से लड़ने, पर्यावरण की रक्षा करने और स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग करने में मदद करने जैसे काम करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप विज्ञान और गणित का आनंद लेते हैं
आप एक समूह में काम करना पसंद करते हैं
आपको यह जानने में आनंद आता है कि चीजें कैसे काम करती हैं और बरीकिओं पर ध्यान देते हैं
आप समस्याओं को हल करना पसंद करते हैं।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. जैवप्रौद्योगिकी में स्नातक करें। या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें। या अपनी जानकारी को बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र से संबंधित एक ऑनलाइन कोर्स करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर ((WBJEE, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (VET, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
कोर्स जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा चलाया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. आई.आई.टी. मद्रास 2. आई.आई.टी. दिल्ली 3. आई.आई.टी. कानपुर 4. आई.आई.टी. खड़गपुर 5. आई.आई.टी. रुड़की 6. आई.आई.एस.सी., बैंगलोर 7. आई.आई.टी. हैदराबाद 8. आई.आई.टी. बीएचयू 9. दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है) 1. थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पंजाब 2. मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान, कर्नाटक 3. आरवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर 4. हल्दिया प्रौद्योगिकी संस्थान 5. एस.आर.एम. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी 6. बिट्स पिलानी, राजस्थान 7. वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान 8. क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षण में राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह भारत सरकार द्वारा ऑडियो-वीडियो फॉर्म में विभिन्न प्रकार के कोर्स प्रदान करता है।
फीस
वार्षिक शुल्क लगभग 1,112 से 9,32,000 रूपये के बीच है। *
*(उपरोक्त फ़ीस अनुमानित हैं, यह संस्थान से संस्थान में भिन्न हो सकते हैं)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति • कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है • कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। • योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। • कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। • सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: वे चिकित्सा उपकरण निर्माण, दवा और दवा उत्पादन, अनुसंधान और विकास और शैक्षिक के क्षेत्र में काम कर सकते हैं
काम का माहौल: ज्यादातर जैवप्रौद्योगिकी इंजीनियर लैब के आसपास काम करते हैं। इसमें गहन शोध कार्य शामिल है। आपको अन्य इंजीनियरों या तकनीशियनों के साथ काम करना पड़ सकता है।
*इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
शोध तकनीशियन → शोध वैज्ञानिक → शोध कार्यक्रम / टीम लीड → प्रयोगशाला प्रबंधक → प्रयोगशाला निदेशक
अपेक्षाकृत वेतन
एक जैव प्रौद्योगिकी इंजीनियर (बायोटेक्नोलोजी इंजीनियर) का मूल वेतन लगभग 10,000 - 78,000 रूपये * प्रति माह के बीच हो सकता है।
ओटिलिया मार्क ने डेनमार्क में एब्सलॉन यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज से जैवप्रौद्योगिकी में इंजीनियरिंग की है। उन्होंने इस विषय को चुना क्योंकि वह समाज की समस्याओं को हल करना चाहती थी और रचनात्मक तरीके से अपने विचारों और रचनात्मकता का उपयोग करना चाहती थी। उन्होंने कहा "इंजीनियरिंग, बनाने, विकसित करने और अनुकूलन करने के बारे में है और यह कभी भी उबाऊ नहीं हो सकता" *
स्रोत: यूनिवर्सिटी कॉलेज एब्सलॉन
*उपरोक्त जानकारी का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा
बायोटेक्नोलॉजी (जैवप्रौद्योगिकी) इंजीनियर (Biotechnology Engineer)
NCS Code: NA | E071. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. जैवप्रौद्योगिकी में स्नातक करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
या
अपनी जानकारी को बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र से संबंधित एक ऑनलाइन कोर्स करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर ((WBJEE, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (VET, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
कोर्स जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. आई.आई.टी. मद्रास
2. आई.आई.टी. दिल्ली
3. आई.आई.टी. कानपुर
4. आई.आई.टी. खड़गपुर
5. आई.आई.टी. रुड़की
6. आई.आई.एस.सी., बैंगलोर
7. आई.आई.टी. हैदराबाद
8. आई.आई.टी. बीएचयू
9. दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
निजी संस्थान
(आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पंजाब
2. मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान, कर्नाटक
3. आरवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर
4. हल्दिया प्रौद्योगिकी संस्थान
5. एस.आर.एम. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी
6. बिट्स पिलानी, राजस्थान
7. वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान
8. क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html ऑ
नलाइन कोर्स
एन.पी.टी.ई.एल.* स्वयं - https://nptel.ac.in/courses/102103045
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षण में राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह भारत सरकार द्वारा ऑडियो-वीडियो फॉर्म में विभिन्न प्रकार के कोर्स प्रदान करता है।
वार्षिक शुल्क लगभग 1,112 से 9,32,000 रूपये के बीच है। *
*(उपरोक्त फ़ीस अनुमानित हैं, यह संस्थान से संस्थान में भिन्न हो सकते हैं)
छात्रवृत्ति
• कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: वे चिकित्सा उपकरण निर्माण, दवा और दवा उत्पादन, अनुसंधान और विकास और शैक्षिक के क्षेत्र में काम कर सकते हैं
काम का माहौल: ज्यादातर जैवप्रौद्योगिकी इंजीनियर लैब के आसपास काम करते हैं। इसमें गहन शोध कार्य शामिल है। आपको अन्य इंजीनियरों या तकनीशियनों के साथ काम करना पड़ सकता है।
*इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर उपलब्ध हैं।
शोध तकनीशियन → शोध वैज्ञानिक → शोध कार्यक्रम / टीम लीड → प्रयोगशाला प्रबंधक → प्रयोगशाला निदेशक
एक जैव प्रौद्योगिकी इंजीनियर (बायोटेक्नोलोजी इंजीनियर) का मूल वेतन लगभग 10,000 - 78,000 रूपये * प्रति माह के बीच हो सकता है।
स्रोत: https://www.ambitionbox.com/profile/biotechnology-engineer-salary
*उपरोक्त आय सांकेतिक हैं और इनमे भिन्नता हो सकती है।
फील्ड के कुछ अनुभव
ओटिलिया मार्क ने डेनमार्क में एब्सलॉन यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज से जैवप्रौद्योगिकी में इंजीनियरिंग की है। उन्होंने इस विषय को चुना क्योंकि वह समाज की समस्याओं को हल करना चाहती थी और रचनात्मक तरीके से अपने विचारों और रचनात्मकता का उपयोग करना चाहती थी। उन्होंने कहा "इंजीनियरिंग, बनाने, विकसित करने और अनुकूलन करने के बारे में है और यह कभी भी उबाऊ नहीं हो सकता" *
स्रोत: यूनिवर्सिटी कॉलेज एब्सलॉन
*उपरोक्त जानकारी का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा
जैवप्रौद्योगिकी इंजीनियर (बायोटेकनोलोजी इंजीनियर), मेडिकल कोडिंग, प्रयोगशाला तकनीशियन