एक भूविज्ञानी भूविज्ञान के क्षेत्र में एक विशेषज्ञ है, जो पृथ्वी का अध्ययन करता है। भविष्य की बेहतर भविष्यवाणी करने और वर्तमान घटनाओं की व्याख्या करने के लिए, वे उस ग्रह के इतिहास को समझने के लिए काम करते हैं जिस पर हम रहते हैं। भूमि का सर्वेक्षण करने और सुरक्षित भवन योजना तैयार करने के लिए भी भूवैज्ञानिकों को काम पर रखा जाता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप विज्ञान को पसंद करते हों।
आप प्रौद्योगिकी का उपयोग करने में सहज हों।
आप समस्याओं/परिस्थितियों का विश्लेषण करना पसंद करते हों।
आप बाहर काम करना पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
• साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) में 10 + 2 पूरा करें।
• भूविज्ञान में स्नातक की डिग्री (बी.एस.सी.) पूरी करें। या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स भूविज्ञान या भूवैज्ञानिक विज्ञान विभाग द्वारा प्रदान किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, करूर 2. गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, तमिलनाडु 3. अलगप्पा गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, तमिलनाडु 4. दूरस्थ शिक्षा एवं सतत शिक्षा केंद्र, मध्य प्रदेश 5. गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, कोयम्बटूर 6. गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, सलेम 7. गवर्नमेंट कॉलेज, केरल 8. श्री प्रताप कॉलेज, श्रीनगर
निजी संस्थान (कृपया आवेदन करने से पहले जाँच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है।) 1. श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज, देहरादून 2. ए.डी.एम. कॉलेज फॉर वूमेन, नागापट्टिनम 3. ए.वी.एस. कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, सलेम 4. डी.बी.एस. पी.जी. कॉलेज, देहरादून 5. देवगिरी कॉलेज, औरंगाबाद 6. डॉ पल्पू कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, पुथुसरी 7. फर्ग्यूसन कॉलेज, पुणे 8. गोस्नर कॉलेज, रांची
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षण में राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह भारत सरकार द्वारा ऑडियो-वीडियो फॉर्म में विभिन्न प्रकार के कोर्स प्रदान करता है।
फीस
कोर्स की फीस लगभग 10,000 - 2,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति • कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है • कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। • योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। • कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। • सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: पर्यावरण संगठन, प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय, पर्यावरण संरक्षण एजेंसियां, क्षेत्रीय और नगर नियोजन एजेंसियां, और अन्य।
काम का माहौल: यह डेस्क जॉब नहीं है। आप एक टीम को नहीं संभालेंगे। स्थानीय यात्रा इस नौकरी की भूमिका का एक हिस्सा है। अंशकालिक काम और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं। संगठन आमतौर पर सप्ताह में 5 - 6 दिन और हर दिन 8 - 9 घंटे काम करते हैं। यह संगठन-से-संगठन भिन्न हो सकता है शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
इंटर्न → भूविज्ञानी → वरिष्ठ भूविज्ञानी → विभाग के उप-निदेशक → विभाग के निदेशक
अपेक्षाकृत वेतन
एक भूविज्ञानी की लगभग आय 12,200 - 83,334 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
सुदीप्त सेनगुप्ता अंटार्कटिका में काम करने वाली भारत की पहली महिला भूविज्ञानी हैं। वे पृथ्वी विज्ञान में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित होने वाली एकमात्र महिला भी हैं। उन्होंने जादवपुर विश्वविद्यालय से बी.एस.सी., एम.एस.सी. और पी.एच.डी. की है। उन्होंने 1970 और 1973 के बीच भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण में एक भूविज्ञानी के रूप में काम किया। इसके बाद उन्होंने इम्पीरियल कॉलेज, लंदन में अगले तीन वर्षों तक डॉक्टरेट के बाद का शोध कार्य किया। उन्होंने अपनी यात्रा का वर्णन करते हुए कई सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकें भी लिखी हैं।*
भूविज्ञानी
NCS Code: 2114.0100 | SC013• साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) में 10 + 2 पूरा करें।
• भूविज्ञान में स्नातक की डिग्री (बी.एस.सी.) पूरी करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
यह कोर्स भूविज्ञान या भूवैज्ञानिक विज्ञान विभाग द्वारा प्रदान किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, करूर
2. गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, तमिलनाडु
3. अलगप्पा गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, तमिलनाडु
4. दूरस्थ शिक्षा एवं सतत शिक्षा केंद्र, मध्य प्रदेश
5. गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, कोयम्बटूर
6. गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, सलेम
7. गवर्नमेंट कॉलेज, केरल
8. श्री प्रताप कॉलेज, श्रीनगर
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जाँच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है।)
1. श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज, देहरादून
2. ए.डी.एम. कॉलेज फॉर वूमेन, नागापट्टिनम
3. ए.वी.एस. कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, सलेम
4. डी.बी.एस. पी.जी. कॉलेज, देहरादून
5. देवगिरी कॉलेज, औरंगाबाद
6. डॉ पल्पू कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, पुथुसरी
7. फर्ग्यूसन कॉलेज, पुणे
8. गोस्नर कॉलेज, रांची
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
ऑनलाइन कोर्स
• एन.पी.टी.ई.एल.* स्वयं - https://onlinecourses.swayam2.ac.in/cec19_mm01/preview
• उडेमी - https://www.udemy.com/course/geo-star/
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षण में राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह भारत सरकार द्वारा ऑडियो-वीडियो फॉर्म में विभिन्न प्रकार के कोर्स प्रदान करता है।
कोर्स की फीस लगभग 10,000 - 2,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
• कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: पर्यावरण संगठन, प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय, पर्यावरण संरक्षण एजेंसियां, क्षेत्रीय और नगर नियोजन एजेंसियां, और अन्य।
काम का माहौल: यह डेस्क जॉब नहीं है। आप एक टीम को नहीं संभालेंगे। स्थानीय यात्रा इस नौकरी की भूमिका का एक हिस्सा है। अंशकालिक काम और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं। संगठन आमतौर पर सप्ताह में 5 - 6 दिन और हर दिन 8 - 9 घंटे काम करते हैं। यह संगठन-से-संगठन भिन्न हो सकता है शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
इंटर्न → भूविज्ञानी → वरिष्ठ भूविज्ञानी → विभाग के उप-निदेशक → विभाग के निदेशक
एक भूविज्ञानी की लगभग आय 12,200 - 83,334 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://payscale.com/research/IN/Job=Geologist/Salary
*यह आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
सुदीप्त सेनगुप्ता अंटार्कटिका में काम करने वाली भारत की पहली महिला भूविज्ञानी हैं। वे पृथ्वी विज्ञान में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित होने वाली एकमात्र महिला भी हैं। उन्होंने जादवपुर विश्वविद्यालय से बी.एस.सी., एम.एस.सी. और पी.एच.डी. की है। उन्होंने 1970 और 1973 के बीच भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण में एक भूविज्ञानी के रूप में काम किया। इसके बाद उन्होंने इम्पीरियल कॉलेज, लंदन में अगले तीन वर्षों तक डॉक्टरेट के बाद का शोध कार्य किया। उन्होंने अपनी यात्रा का वर्णन करते हुए कई सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकें भी लिखी हैं।*
स्रोत : https://thelifeofscience.com/2020/11/17/sudipta-geologist/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
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