एक ब्रॉडकास्ट इंजीनियर अनिवार्य रूप से टेलीविजन, रेडियो और स्टूडियो प्रसारण में सभी तकनीकी, ध्वनि, वीडियो और ऑडियो उपकरणों की स्थापना, सुपरवाइज़, रखरखाव और मरम्मत के लिए ज़िम्मेदार होता है। ब्रॉडकास्ट मीडिया प्रौद्योगिकी में संचार की विभिन्न तकनीकें शामिल होती हैं जिनमें इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तकनीक का इस्तेमाल कर के बड़ी दूरी पर डेटा भेजना शामिल होता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आपके सुनने की क्षमता बहुत अच्छी हो।
आप समय प्रबंधन में अच्छे हों।
आप तकनीक के जानकार व्यक्ति हों।
आप कम समय में अपनी प्रतिक्रिया देने में सक्षम हों।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग/ दूरसंचार इंजीनियरिंग/ सूचना प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री हासिल करें। या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें या पी.जी. डिप्लोमा का विकल्प चुनें। ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी में पीजी डिप्लोमा के लिए प्रवेश परीक्षा सीधे कॉलेज/विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जाती है, उदाहरण के लिए जे.एम.आई. प्रवेश परीक्षा।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. आई.आई.टी. मद्रास 2. पेरियार विश्वविद्यालय, सालेम 3. आई.आई.टी. जोधपुर 4. आई.आई.आई.टी. भुवनेश्वर 5. आई.आई.टी. रुड़की 6.आई.आई.टी. मुंबई 7. आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी, पटना 8. असम विज्ञान और प्रौद्योगिकी (ए.एस.टी.यू.), गुवाहाटी
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है) 1. नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी, गुड़गांव 2. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ 3. प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय, बंगलौर 4. चितकारा यूनिवर्सिटी, हिमाचल प्रदेश 5. लिंगया विद्यापीठ, फरीदाबाद 6. बिट्स, पिलानी 7. ज़ी इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया आर्ट्स, मुंबई 8. बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान 9. ए.जे.के. मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर, नई दिल्ली
कोर्स की फीस लगभग 2,000,000-4,50,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति ● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है। ● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है। ● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है। ● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है ● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। ● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण ● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। ● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। ● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: ब्रॉडकास्ट स्टूडियो, रिकॉर्डिंग स्टूडियो, मनोरंजन स्थल ।
काम का माहौल: आप आम तौर पर कार्यालय के अंदर काम करेंगे। हालाँकि, आजकल अधिक से अधिक बाहरी कार्यक्रम हो रहे हैं, आपको संभवतः बाहर भी काम करना हो सकता है। काम के घंटे आमतौर पर लचीले होते हैं और उन कार्यक्रमों के समय के अनुसार होते हैं जिन पर वे काम कर रहे होते हैं, जिसके चलते काम के समय बढ़ सकते है और अजीब समय में काम होता है। कुछ सीज़न में काम का दबाव काफी अधिक हो सकता है, जिसमें कई कार्यक्रम एक के बाद एक होते हैं या कम अंतराल पर होते हैं।
मेहविश बुच भारत की पहली महिला आउटडोर ब्रॉडकास्टिंग इंजीनियर हैं। वह वर्तमान में बी.टी.वी.आई. के साथ काम करती है। उन्होंने अपना बी.टेक. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, हरियाणा से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में किया और इसके बाद जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली से प्रसारण पत्रकारिता में पी.जी. डिप्लोमा किया।*
ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी (Broadcast Technology)
NCS Code: NA | E0531. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग/ दूरसंचार इंजीनियरिंग/ सूचना प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री हासिल करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें या पी.जी. डिप्लोमा का विकल्प चुनें। ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी में पीजी डिप्लोमा के लिए प्रवेश परीक्षा सीधे कॉलेज/विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जाती है, उदाहरण के लिए जे.एम.आई. प्रवेश परीक्षा।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
यह कोर्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. आई.आई.टी. मद्रास
2. पेरियार विश्वविद्यालय, सालेम
3. आई.आई.टी. जोधपुर
4. आई.आई.आई.टी. भुवनेश्वर
5. आई.आई.टी. रुड़की
6.आई.आई.टी. मुंबई
7. आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी, पटना
8. असम विज्ञान और प्रौद्योगिकी (ए.एस.टी.यू.), गुवाहाटी
निजी संस्थान
(आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी, गुड़गांव
2. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
3. प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय, बंगलौर
4. चितकारा यूनिवर्सिटी, हिमाचल प्रदेश
5. लिंगया विद्यापीठ, फरीदाबाद
6. बिट्स, पिलानी
7. ज़ी इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया आर्ट्स, मुंबई
8. बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान
9. ए.जे.के. मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर, नई दिल्ली
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
ऑनलाइन कोर्स
उडेमी: https://www.udemy.com/topic/open-broadcaster/
कोर्स की फीस लगभग 2,000,000-4,50,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: ब्रॉडकास्ट स्टूडियो, रिकॉर्डिंग स्टूडियो, मनोरंजन स्थल ।
काम का माहौल: आप आम तौर पर कार्यालय के अंदर काम करेंगे। हालाँकि, आजकल अधिक से अधिक बाहरी कार्यक्रम हो रहे हैं, आपको संभवतः बाहर भी काम करना हो सकता है। काम के घंटे आमतौर पर लचीले होते हैं और उन कार्यक्रमों के समय के अनुसार होते हैं जिन पर वे काम कर रहे होते हैं, जिसके चलते काम के समय बढ़ सकते है और अजीब समय में काम होता है। कुछ सीज़न में काम का दबाव काफी अधिक हो सकता है, जिसमें कई कार्यक्रम एक के बाद एक होते हैं या कम अंतराल पर होते हैं।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए अवसर मौजूद हैं।
सिस्टम इंजीनियर → इंजीनियर →प्रोजेक्ट इंजीनियर → इंजीनियरिंग मैनेजर या सिस्टम इंजीनियर → सलाहकार →प्रोडक्शन मैनेजर →प्रोडक्शन डायरेक्टर
एक ब्रॉडकास्ट इंजीनियर का लगभग आय 15,333 - 82,750 रूपये*
प्रति माह होती है। स्रोत: https://payscale.com/research/IN/Job=Broadcast_Engineer/Salary
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
मेहविश बुच भारत की पहली महिला आउटडोर ब्रॉडकास्टिंग इंजीनियर हैं। वह वर्तमान में बी.टी.वी.आई. के साथ काम करती है। उन्होंने अपना बी.टेक. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, हरियाणा से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में किया और इसके बाद जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली से प्रसारण पत्रकारिता में पी.जी. डिप्लोमा किया।*
स्रोत: https://www.mid-day.com/mumbai-guide/mumbai-food/article/outdoor-broadcasting-engineer-mehvish-buch--18464199
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
ब्रॉडकास्ट डिजाइन इंजीनियर, वीडियो ब्रॉडकास्ट इंजीनियर, ब्रॉडकास्ट नेटवर्क इंजीनियर